Wednesday, 7 November 2012

khat


वोह ख़त के पुर्जे उड़ा रहा था
हवाओ का रुख दिखा रहा था

कुछ और भी हो गया नुमाया
में  अपना लिखा मिटा रहा था

उसी का इमा बदल गया है
कभी जो मेरा खुदा रहा था

वोह एक दिन एक अजनबी
मेरी कहानी सुना रहा था 

वोह उम्र कम कर रहा था मेरी
मे साल अपने बढ़ा  रहा था

यू ही कभी.....

Sunday, 4 November 2012

ek hai vishu

एक विशु है। मेरा प्यारा सा दोस्त बात करता है तोह बात कम लड़ाई जयादा करता है। यही कोई एक साल पहले मेरी मुलाकात उससे हुई,,,लखनऊ के एक साथी ने मुझे उसके बारे में  बताया,,,जब पहली बार मिली तोह जीवन की सारी गलत फेहमी दूर हो गयी,, घर के एक सोफे तक उसका जीवन सीमित है। 12 साल की उम्र में केवल 3 फीट लम्बाई। शरीर इतना नाजुक की गोद में उठाते ही उसकी हड्डी टूट जाती है,, लेकिन इस बच्चे में ऐसा खास क्या था जो मुझे बहुत कुछ सिखा गया,,वोह था उसके जीने का जज्बा,,,उसकी हार बात गहरी और सच्ची होती है,,, मुझे उससे अजीब सा लगाव हो गया,, कुछ दिन बात हुई उसकी खवाइश थी सलमान से मिलने की वोह भी पूरी हो गयी,,लेकिन इस सबके बीच एक बात अजीब लगी,,उसकी जो बाते मुझे जीवन का आइना दिखाती है,,,लोगो लो उसमे मनोरंजन नज़र आया सलमान के साथ एक कंपनी के मालिक ने कहा इसे बिग बॉस में ले लेते है ,,,,खूब टीआरपी बढ़ेगी,,,,वोह मनोरंजन नहीं है,,उसकी मासूम बाते वोह नहीं समझ सके वोह हरदम मुस्कुराता है,,, अपने हर गम को भूल कर इसलिए नहीं की वोह मनोरंजन का एक माध्यम है,,,,यहाँ मई यह बता दू की उसको ओस्टो जेनिसिस बीमारी है,,,जिसका कोई इलाज नहीं,,,वोह अपने हौसलों से लाचार नहीं


Thursday, 1 November 2012



लम्बे अरसे से खवाइश थी,, इस मंच पर  अपनी बात कहने की कुछ सुनने की और कुछ सुनने की
ज़िन्दगी की मश्रुफ़िअत इसका भी मौका नहीं देती है लेकिन इन्ही मुरूफिअत में ही अपनों के लिए समय निकलना असल जिंदगी है, ब्लॉग पर आने का मेरा सीधा मतलब है,,आम जीवन में आस पास ऐसा बहुत कुछ घटता है, जिसे नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता, मेरा मानना है की वोह मनुष्य ही नहीं जिसका जीवन खुद तक सिमट गया। हम समाज के लिए बहुत कुछ नहीं के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकते लेकिन बेरूखी छोड़ दे तो बहुत कुछ हो सकता है, आज दूर कही से रेडियो की आवाज आ रही है, रात के महफ़िल के 70 के दशक के पुराने नगमे,  कुछ वैसे ही जैसे गावो में रात के सन्नाटे में झिगुर की मधुर आवाज सुने देती थी, शायद यह आवाज भी इसीलिए आई की आज से कुछ घरो का केबल बंद हो गया है,  इसी एक वजह से आज मुझे भी कुछ लिखने का समय मिला।

बाकि परिचय के लिए इतना काफी है बाते और भी है,